डॉ भीम राव आंबेडकर बायोग्राफी - शिक्षा, जयंती, फैमिली और संविधान

 एक ऐसा महान व्यक्ति जिसने अंधकार में तो जन्म लीया लेकिन खुद के दम पर रौशनी बनकर करोड़ों के जीवन को रोशन किया और वे थे भीमराव अंबेडकर जो कि करोड़ों महिलाओं के सामान दिलवाए और इनके डॉ भीम राव आंबेडकर बायोग्राफी के बारे में जानेंगे।

dr bhimrao ambedkar biography in hindi

dr babasaheb ambedkar के जीवन सिर्फ एक व्यक्ति के कहानी नहीं है बल्कि शिक्षा, संघर्ष, आत्मबल और समाज में  परिवर्तन की बेमिसाल है भीमराव अंबेडकर की जन्म एक ऐसा जाती में हुआ 

जो शुरू से ही उन सभी जातियों पर दमन, शोषण, लाचार, बेसहारा और अछूत सदियों से माना गया है लेकिन bhim rao ambedkar जी ने कोशा नहीं, वह खुद को इतना मजबूत बने कि ये करोड़ों लोगों के जीवन बदले की फैसला किए।

और ये अपने ज्ञान और शिक्षा विचार से इतिहास पूरी दुनिया में इतिहास ऐसा रचे कि कोई तोड़ भी नहीं सकता है तो आइए डॉ भीम राव आंबेडकर बायोग्राफी और अच्छे से जाएंगे अपने जीवन में कितना संघर्ष किया है। 

डॉ भीम राव आंबेडकर बायोग्राफी 

डॉ भीमराव अंबेडकर जीवन परिचय जानने के लिए उत्साह है तो आइए जानते है babasaheb ambedkar ये भारत के एक महान संविधान निर्माता है जो कि समाज सुधारक, राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और करोड़ों भारतीय दलितों के मसीहा है।

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जो कि ये अपने पूरे जीवन को सामाजिक समानता, मानवाधिकार और शिक्षा के लिए समर्पित कर दिए ये भारत के एक ऐसा महान व्यक्ति है जो कि सामाजिक अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद की है और भारत देश में जितने भी निचले वर्ग के लोग है।

जिनके ऊपर दमन, शोषण, बेसहारा, लाचार, गरीब और अछूत माना गया है और उनको दबाया गया उनको समान पूर्वक जीने का हक अधिकार दिलाया bhim rao ambedkar जी शुरू से ही उनके साथ पानी पीने का भेदभाव जातिवाद किया गया है।

भीमराव अंबेडकर का प्रारंभिक जीवन

dr ambedkar जी का जन्म 14 अप्रैल 1891 में मध्य प्रदेश के महू नगर सैन्य छावनी में एक दलित (महार) परिवार हुए था जो कि उस समय में इन जातियों अछूत कर भगा दिया जाता था 

इनका पूरा नाम भीमराव रामजी सकपाल है और इनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल है जो कि ये उस समय भारत ब्रिटिश सेवा में एक सूबेदार की पद पर थे और आज के समय में इनको bhimrao ramji ambedkar कहा जाता है।

इनके माता का नाम भीमाबाई था babasaheb ambedkar को बचपन से ही छुआछूत और भेदभाव के सामना करना पड़ा इनके स्कूल में ऊंची जाति के बच्चों के साथ बैठने और पानी पीने इजाजत नहीं दिया जाता था लेकिन यह भी उसे समय हार कभी नहीं मानी,

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और इनका पिता bhimrao ramji ambedkar जी ने इनको पूरी शिक्षा के बारे में महत्व समझाया और उनको पढ़ने के लिए प्रेरित किया और लेकिन बचपन में इनका नाम भीमराव जी था और इनका उपनाम "सकपाल" था जो कि आगे चलकर "आंबेडकर" पड़ा।

जो कि ये नाम एक ब्राह्मण शिक्षक महादेव अंबेडकर जी ने इनको ये नाम प्यार से दिए थे इन्होंने प्राथमिक शिक्षा सातारा और बॉम्बे (अब मुंबई) में प्राप्त किए इतना कठिनाई होने के बावजूद भी भीमराव अंबेडकर पढ़ने में बहुत ही तेज थे तो लिए हम इनके जीवन के संघर्ष के कहानी के बारे में और जानते हैं।

Bhim Rao Ambedkar का शिक्षा

डॉ. भीमराव अंबेडकर को पढ़ने के लिए कई कठिनाइयों को सामना करना पड़ा लेकिन उसके बावजूद भी इन्होंने अपनी पढ़ाई को नहीं छोड़ा और पढ़ाई के ही एक बड़ा हथियार बना लिए और उसी के बदौलत आज डॉ भीम राव आंबेडकर बायोग्राफी के बारे में लिख रहा हूं। 

Dr Bhimrao Ambedkar अपनी शुरुआती पढ़ाई "सातारा" और मुंबई के "एल्फिंस्टन हाई स्कूल" में किए उसके बाद ये 1907 में मैट्रिक परीक्षा में पास करने वाले महार जाति के पहले छात्र थे

इसके बाद उसी स्कूल से 1912 में MA की डिग्री हासिल किए और उनका विषय राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र था।

फिर इन्होंने उच्च शिक्षा पाने के लिए 1913 में बड़ौदा राज्य के महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ ने dr ambedkar scholarship दिया जिसे लेकर विदेश चले गए और वहां जा कर के "कोलंबिया विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क" अमेरिका दाखिला लिए, उसके 1915 में वहां से M.A. अर्थशास्त्र से डिग्री प्राप्त किए 

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उसके बाद bhim rao ambedkar जी 1916 में Ph.D. डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री हासिल किए। उसके बाद इन्होंने 1921 में M.Sc. (Economics) लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) जो कि लंदन में है वह से प्राप्त किए तब इनको 1923 में D.Sc. Economics की डिग्री हासिल किए 

फिर इन्होंने Law (Bar-at-Law) की डिग्री प्राप्त किए ये है हमारे देश भारत के सबसे महान व्यक्ति जो इतना पढ़े लिखे थे बाबा साहेब अंबेडकर ने अपनी ज्ञान के उपयोग घोषित वर्गों को लोगों के लिए इसके अलावा पूरे भारत के लिए एक अक्षांश संविधान क्या निर्माण किया। 

Dr. Bhim Rao Ambedkar College

भीमराव अंबेडकर कॉलेज जो भारत के सरकारी कॉलेज है जो कि dr br ambedkar university delhi में है इस कॉलेज की स्थापना 1991 में dr bhimrao ambedkar जी के जन्म शताब्दी के उपलक्ष में किया गया था।

ये ambedkar university delhi के यमुना विहार में स्थित है जो कि ये university उत्तर-पूर्वी दिल्ली जितने भी छात्रों है उनको एक उच्च शिक्षण संस्थान है।  इस कॉलेज में छात्र और छात्राओं के उच्च शिक्षा के लिए बनाया गया। 

और इस यूनिवर्सिटी में हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषा में पढ़ाया जाता है जो कि इसमें प्रमुख विषय है जैसे कि आप नीचे देख सकते हैं।

  • बी.ए. (ऑनर्स) हिंदी पत्रकारिता और जनसंचार
  • बी.ए. (ऑनर्स) बिज़नेस इकोनॉमिक्स
  • बी.ए. प्रोग्राम
  • बी.ए. (ऑनर्स) सामाजिक कार्य (Social Work)
  • बी.कॉम (ऑनर्स)
  • अन्य कला और वाणिज्य के कोर्स

ये सब विषय उपलब है इसके अलावा इसमें कई प्रकार सुविधा भी मौजूद है।

  • पुस्तकालय
  • एनएसएस और एनसीसी
  • कंप्यूटर लैब
  • खेल सुविधाएं
  • सांस्कृतिक गतिविधियाँ

Bhim Rao Ambedkar Jayanti

Ambedkar Jayanti  हर साल 14 अप्रैल को बहुत ही श्राद्ध और सम्मान से मनाया जाता है इस दिन हमारे भारत रत्न बाबासाहेब अंबेडकर के जन्म हुआ था और इसी वजह से इनके जयंती के रूप में मनाते है जो किया भारत के संविधान निर्माता और समाज सुधारक थे। 

Ambedkar Jayanti का महत्व

यह दिन समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के सिद्धांतों याद दिलाया है जो बाबा साहब अपनी पूरी जीवन को हक और अधिकार के लिए निछावर कर दिया जो पिछड़े वर्ग के शिक्षा समान और अन्य दिलाने के लिए अपना पूरा जीवन करोड़ों लोगों के लिए समर्पित कर दिया। 

भीमराव अंबेडकर जी भारत के संविधान प्रमुख शिल्पकार थे bhim rao ambedkar संविधान सिर्फ कानून ही नहीं बल्कि है ये सामाजिक कार्यों के क्रांतिकारी दस्तावेज है।

Ambedkar Jayanti कैसे मनाई जाती है?

बाबा साहेब के जयंती मुख्य रूप से रैली, सेमिनार, संगोष्ठियाँ और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को द्वारा उनके विचारों को जन-जन पहुंचने के काम किया जाता है। उसके बाद हमारे देश में जितने भी बाबा साहेब की प्रतिमा है जिस पर श्रद्धासुमन अर्पित किए जाता है।

उसके बाद डॉक्टर बाबासाहेब अंबेडकर के स्कूल और कॉलेज में निबंध लेखन, भाषण और पोस्टर प्रतियोगिताएँ कराई जाती है।

Bhim Rao Ambedkar Jayanti Quotes

आइए डॉ भीम राव आंबेडकर बायोग्राफी के अलावा इसके उद्धरण (Quotes) के बारे में जानते है जिसे हम आमतौर पर भाषण,  निबंध, पोस्ट इसके अलावा हम सोशल मीडिया पर उपयोग करते हैं 

  • शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो
  • हम सबसे पहले और अंत में भारतीय हैं।
  • जीवन लम्बा नहीं, महान होना चाहिए।
  • संविधान केवल वकीलों का दस्तावेज़ नहीं है, यह जीवन का एक माध्यम है।
  • मैं किसी समुदाय की प्रगति उस समुदाय की महिलाओं द्वारा प्राप्त प्रगति से मापता हूँ
  • धर्म मानव के लिए है, न कि मानव धर्म के लि
  • यदि हमें एक महान राष्ट्र बनना है, तो हमें पहले एक महान समाज बनना होगा
  • अपने भाग्य की रेखाएँ खुद खींचो, क्योंकि तुम्हारा भाग्य तुम्हारे हाथों में है।
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Ambedkar Jayanti पर सोशल मीडिया पर उपयोग करने वाले स्लोगन:- 

  • बाबा साहेब का सपना, समता और शिक्षा अपना धर्म।
  • हर साल आए अंबेडकर जयंती, दे जाए हमें समता की गारंटी
  • जाति नहीं, योग्यता देखो – यही बाबा साहेब का संदेश है।

Bhim Rao Ambedkar Photo

अगर आप बाबा साहेब अंबेडकर की फोटो डाउनलोड करने या फिर आने काम के लिए उपयोग करना चाहते हैं तो आप गूगल से फोटो ले सकते हैं यह बिल्कुल आपको निशुल्क है। 

Bhim Rao Ambedkar photo HD लेने के लिए आपको गूगल , pintrest और विकिपीडिया का उपयोग कर सकते है इनका बहुत से संविधान के साथ उनकी फोटो, भाषण देते समय की दुर्लभ तस्वीरें, अनुयायियों के साथ तस्वीरें, और नीले सूट में हाथ में किताब लिए चित्र आपको मिल जाएगा।

निष्कर्ष :- 

मुझे उम्मीद हैं कि डॉ भीम राव आंबेडकर बायोग्राफी और  Dr Bhimrao Ambedkar Biography in Hindi इन सवालों की जवाब आपको अच्छी तरह से प्राप्त हो चुका होगा

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FAQ (Frequently Asked Questions) 

प्रश्न: भीमराव अंबेडकर को किसने पढ़ाया था

उतर: बाबासाहेब अंबेडकर को पढ़ने वाले महात्मा ज्योतिबा फुले और ब्राह्मण टीचर महादेव अंबेडकर थे। और एल्फ़िंस्टन कॉलेज सभी शिक्षक शामिल थे।

प्रश्न: भीमराव अंबेडकर के कितने पुत्र थे

उतर: इनके एक ही बच्चे यशवंत आंबेडकर है और इनके 4 बच्चों की मृत्यु बचपन में ही हो गई 

प्रश्न: डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के पास कितनी डिग्री थी

उतर: डॉ भीमराव अंबेडकर के पास कल 32 डिग्रियां थी इसके अलावा वह 64 विषय के मास्टर थे और नौ भाषा के उनका ज्ञान प्राप्त था। 

प्रश्न: भीमराव अंबेडकर की मृत्यु कब और कैसे हुई

उतर: बाबा साहेब की मृत्यु 6 दिसंबर 1956 में दिल्ली में उनके घर पर नींद में हुई थी उनको मधुमेह था 1955 में उनका स्वास्थ्य खराब हो गया जिसके कारण उनके मृत्यु हो गई। 

प्रश्न: भीमराव अंबेडकर की मृत्यु कब हुई थी

उतर: इनका मृत्यु 6 दिसंबर 1956 में हुआ था।

प्रश्न:अंबेडकर के तीन नारे कौन से हैं?

उतर: अंबेडकर जी के तीन नारा था शिक्षित बनो, संघर्ष करो और संगठित रहो।

प्रश्न: भीमराव अंबेडकर किसकी पूजा करते थे?

उतर: सब धर्म के देखते हुए भीमराव अंबेडकर ने 1956 में बौद्ध धर्म को अपना लिए जिसमें वह 22 प्रतिज्ञा लिए। 

प्रश्न:डॉ अम्बेडकर का अंतिम संस्कार कहाँ किया गया था?

उतर: बाबासाहेब अंबेडकर के अंतिम दाह संस्कार गिरगांव चौपाटी में किया गया था।

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